कोरबा / कलेक्टर श्रीमती रानू साहू ने सोमवार को वीडियो कान्फ्रेंसिंग के माध्यम से महिला बाल विकास विभाग की महत्वपूर्ण समीक्षा बैठक ली। बैठक में कलेक्टर श्रीमती साहू ने विभागीय योजनाओं और उनकी प्रगति की समीक्षा की। कलेक्टर ने महिला एवं बाल विकास विभाग की समीक्षा के दौरान विभागीय सेटअप, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता-सहायिका की नियुक्ति, पूरक पोषण आहार, पोषण की स्थिति, आंगनबाड़ी भवन निर्माण, पोषण पुनर्वास केंद्र की जानकारी, सुपोषण अभियान, कुपोषण से मुक्त बच्चों की जानकारी एवं एकीकृत बाल संरक्षण योजना से संबंधित जानकारी जिला कार्यक्रम अधिकारी आनंद प्रकाश किस्पोट्टा से ली। उन्होंने गंभीर कुपोषित बच्चों को सामान्य श्रेणी में लाने के लिए विशेष कार्य योजना बनाने के निर्देश दिए। कलेक्टर ने गंभीर कुपोषित बच्चों के पोषण स्तर की निगरानी रखने अधिकारियों की ड्यूटी लगाने के निर्देश डीपीओ को दिए। उन्होंने कहा कि ड्यूटी में लगाये गये अधिकारी – कर्मचारी कुपोषित बच्चों के घर -घर जाकर उनके पोषण स्तर की जानकारी लेंगे। अधिकारी कुपोषित बच्चे के घर जाकर बच्चें से आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं के भेंट, मिलने वाले पूरक पोषण आहार, पोषण स्तर में सुधार एवं बच्चे को पोषण पुनर्वास केन्द्र भेजने की आवश्यकता से संबंधित जरूरी जानकारी लेंगे। कलेक्टर ने इस कार्य के लिए पीडब्ल्यूडी, आरईएस, इरिगेशन एवं वन विभाग जैसे अन्य विभागों के अधिकारियों की ड्यूटी लगाने के निर्देश दिए। कलेक्टर श्रीमती रानू साहू ने कहा कि जिले के कुपोषित बच्चों को पोषण के सामान्य स्तर में लाने के लिए विशेष कार्ययोजना बनाकर काम किया जाए।
कलेक्टर श्रीमती रानू साहू में बैठक के दौरान पूरक पोषण आहार से लाभांवित बच्चों – माताओं की जानकारी भी ली। उन्होंने सभी हितग्राहियों को योजनानुसार रेडी – टू – ईट और अन्य सुविधाएं सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। उन्होंने आंगनबाड़ी केन्द्रों में पदो की रिक्तयों की जानकारी ली तथा रिक्त पदों की भर्ती भी जल्द करने के निर्देश दिए। कलेक्टर ने आंगनबाड़ी भवनों की स्थिति, नए निर्माण की आवश्यकता वाले भवन, मरम्मत लायक एवं जर्जर भवनों की सूची विकासखंड़ वार देने के निर्देश दिए। उन्होंने बच्चों को कुपोषण से मुक्त करने सेक्टर पर्यवेक्षकों को अपने – अपने क्षेत्रों के कुपोषित बच्चों को समय सीमा निर्धारित कर सुपोषित करने के निर्देश दिए। कलेक्टर श्रीमती साहू ने जेल में निरूध्द माता – पिता के बच्चों की भी जानकारी ली। उन्होंने छोटे बच्चों को आंगनबाड़ी से जोड़कर जरूरी रेडी – टू – ईट और अन्य सुविधाएं मुहैया करवाने के निर्देश डीपीओ को दिए।