कोरबा – आयुक्त प्रभाकर पाण्डेय ने निगम के अधिकारियों को निर्देशित किया है कि वर्तमान में वर्षा ऋतु को देखते हुए जलजनित व कीटजनित बीमारियों से बचाव हेतु सतत रूप से एहतियाती कार्यवाही जारी रखें तथा यह सुनिश्चित करें कि पाईप लाईनों के माध्यम से आपूर्ति किए जाने वाला पेयजल पूर्ण गुणवत्तायुक्त हो, वहीं अन्य पेयजल स्त्रोतों की शुद्धता की जांच कराएं, यदि पानी दूषित पाया जाता है तो तत्काल उसे उपचारित कर जल का शुद्धिकरण कराएं, साथ ही समय-समय पर जल की जांच कराया जाना सुनिश्चित करें।
आयुक्त श्री पाण्डेय ने अधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा कि वर्षा ऋतु के दौरान तथा उसके तत्काल पश्चात जलजनित बीमारियों जैसे पीलिया, डायरिया, डिसेंटरी तथा कीटजनित बीमारियों जैसे डेंगू, मलेरिया आदि की संभावनाएं बनी रहती है, इन बीमारियों से बचाव व सुरक्षा हेतु निगम द्वारा उठाए गए एहतियाती कदमों में और अधिक तेजी लाएं तथा सघन रूप से कार्यवाही सुनिश्चित कराएं। उन्होने अधिकारियों से कहा कि जलप्रदाय हेतु स्थापित पानी टंकियों की सफाई, पाईप लाईनों में यदि लिकेज या टूट-फूट होता है तो तत्काल सुधार कार्य, सार्वजनिक नल व हैण्डपम्पों के आसपास की सफाई, हैण्डपम्पों के जल को कीटाणुरहित करने हेतु ब्लीचिंग पाउण्डर का घोल या सोडियम हाईपोक्लोराईड डालने के साथ-साथ आमजन को शुद्ध एवं सुरक्षित पेयजल के उपयोग हेतु जागरूक करने आदि की कार्यवाही सघन रूप से करें। उन्होने कहा कि निगम द्वारा पाईप लाईनों के माध्यम से प्रतिदिन आपूर्ति किए जाने वाले पेयजल का परीक्षण किया जा रहा है, इस कार्य में और अधिक तेजी लाएं तथा सभी चिन्हांकित प्वाइंटों में प्रतिदिन पानी शुद्धता की जांच कराया जाना सुनिश्चित करें।
कीटनाशक दवाओं का छिड़कांव – आयुक्त श्री पाण्डेय ने निर्देशित करते हुए कहा कि वर्षा ऋतु के दौरान कीटजनित बीमारियों की संभावना बनी रहती है, अतः मच्छरों आदि को पनपने व उनको बढ़ने से रोकने के लिए लगातार वार्ड, बस्तियों व आवासीय क्षेत्रों में कीटनाशक दवाओं का छिड़काव जारी रखें, लोगों के घरों में रखें हुए कूलरों का पानी प्रतिदिन बदला जाए, इस दिशा में लोगों को लगातार जागरूक करें, उन्हें समझाईश दें कि वे कूलर का पानी प्रतिदिन बदले, साथ ही उनके घर या आसपास में रखी हुई अपशिष्ट सामग्रियों में पानी का जमाव न होने पाएं, इस हेतु सजग रहें।
आयुक्त ने की आमजन से अपील – आयुक्त प्रभाकर पाण्डेय ने आमनागरिकों से अपील करते हुए कहा है कि जलजनित बीमारियों जैसे पीलिया डायरिया, डिसेंटरी व कीटजनित बीमारियों जैसेे डेंगू, मलेरिया आदि से बचाब व सुरक्षा हेतु आवश्यक सावधानी बरतें, स्वच्छ पेयजल का उपयोग करें, घरों में मच्छरों को न पनपने दें, कूलर, छत व घर के आसपास पानी जमा न होने देें, कूलर पानी की टंकी, खाली टायर, फूलदान, छत में रूका बरसाती पानी सहित अन्य अपशिष्ट वस्तुओं में रूका हुआ बरसाती पानी नियमित रूप से खाली कराएं ताकि मच्छरों के पैदा होने व उनके पनपने का अवसर न मिले, घरों के दरवाजे व खिड़कियों में जाली, परदें लगाएं, सोते समय मच्छरदानी का उपयोग करें, मच्छरनाशक दवाओं का छिड़काव कराएं।
Leave a Reply