जांजगीर-चांपा / कोरोना काल के इस महामारी के संकट की घड़ी में जहां आज लोग अपनी जान की चिंता में लगे हैं वहीं दूसरी ओर दिन प्रतिदिन रक्त की कमियों से जूझ रहे गरीब वर्ग के सिकलिंग, थैलीसीमिया, गर्भवती महिला एवं आपात कालीन मरीजों के लिए रक्तदाता क्रांति समूह निरन्तर रक्त उपलब्ध करा रही है। जनवरी माह में 90 रक्तदानियों ने रक्तदान कर लगभग 150 गरीब वर्ग के सिकलिंग, थैलीसीमिया, गर्भवती महिला एवं जरूरतमन्दों को सहायता पहुचाई है, साथ ही साथ बी नेगेटिव 3, ओ नेगेटिव 2, एवं ए बी नेगेटिव के 1 रेयर ग्रुप के मरीजो को रक्त उपलब्ध करा कर रक्तदाता क्रांति समूह के रक्तदानियों ने मानवता सेवा में अपनी अमूल्य योगदान दिया।
रक्तदाता क्रांति समूह के संस्थापक महेश राठौर ने किया 44वी बार रक्तदान
रक्तदान करने से जिंदगी बचती है यह सभी जानते हैं मगर लोग अभी भी रक्तदान करने से डरते हैं, बल्कि यह मालूम होने से की आपके रक्तदान करने से तीन लोगों की जिंदगी बचाई जा सकती है तो इस सुकून से अगली बार फिर से रक्तदान करने की इच्छा बढ़ जाती है। यह बाते 44 वी बार रक्तदान करने के बाद रक्तदाता क्रांति समूह के संचालक सिवनी निवासी महेश राठौर ने कही वे 24 जनवरी को एक गरीब वर्ग के सिकलिंग मरीज के लिए रक्तदान किया | उन्होंने कहा की अब लोग जान समझ चुके है फिर भी रक्तदान करने से डरते है उनकी नजर में किसी की जिन्दगी बचाने से बड़ा कोई कार्य नहीं है महेश राठौर दिव्यांग होने के बाद भी हमेशा रक्तदान करने के लिए आगे रहते है।