कोरबा (ट्रैक सिटी)/ एसईसीएल कुसमुंडा महाप्रबंधक खनन कार्यालय में आज सोमवार को हुई बैठक में एक ऐतिहासिक निर्णय लिया गया। जिसके अनुसार कुसमुंडा खदान में अपनी जमीन के एवज में नौकरी पाने वाले भूविस्थापित एवं अनुकम्पा नियुक्ति पाने वाले आश्रितों को अब अन्य क्षेत्रों में नौकरी के लिए नहीं जाना पड़ेगा। वहीं जिनका कुसमुंडा के स्थान पर अन्य क्षेत्र में 4 माह पहले जो नियुक्ति की गई है ओ भी आवेदन कर सकते हे उनका भी वापसी का रास्ता खुल गया है। दरअसल बीते दिन कुसमुंडा क्षेत्र के पार्षद अमरजीत सिंह द्वारा कुसमुंडा प्रबंधन को ज्ञापन सौंप कर कुसमुंडा क्षेत्र के प्रभावितों एवं आश्रितों को अन्य क्षेत्रों और अंडर ग्राउंड में न्युक्ति दिए जाने पर कड़ी आपत्ति जताते हुए, कुसमुंडा प्रबंधन को इस पर तत्काल रोक लगाने एवं अपने ही क्षेत्र में नियुक्ति प्रदान करने की बात कही गई थी, अन्यथा कल दिनांक 24 दिसंबर को खदान बंद करने की चेतावनी भी दी गई थी, जिस पर आज 23 दिसम्बर को कुसमुंडा महाप्रबंधक खनन कार्यालय में जीएम राजीव सिंह की अध्यक्षता में बैठक आहूत की गई, पार्षद द्वारा दिए गए पत्र के सभी बिंदुओं पर चर्चा उपरांत प्रबंधन द्वारा सार्थक निराकरण की बात कही गई है। जिसके बाद कल होने वाले आंदोलन को स्थगित कर दिया गया है। क्या कुछ कहा गया है पत्र में देखें –
दिनांक 23.12.2024 को अमरजीत सिंह पार्षद वार्ड क्र. 59, कुसमुंडा द्वारा चार सूत्रीय मांग को लेकर दिनांक 24.12.2024 को प्रस्तावित अनिश्चितकालीन हड़ताल (खदान बंद) के लिए दिए गए सूचना पर आयोजित बैठक में क्षेत्रीय महाप्रबंधक कुसमुंडा, क्षेत्रीय कार्मिक प्रबंधक कुसमुंडा, अमरजीत सिंह, अजय प्रसाद एवं अन्य के उपस्थिति में हुई चर्चा के उपरांत निम्नलिखित निर्णय लिया गयाः-
1. कुसमुंडा क्षेत्र में कार्यरत कर्मचारियों के आश्रीत को अनुकम्पा नियुक्ति तथा भू विस्थापितों के आश्रितों को कुसमुंडा क्षेत्र पदस्थ किया जाए।
प्रबंधन द्वारा ये सहमती व्यक्त किया गया कि इस मुद्दे को कम्पनी के सक्षम अधिकारी के संज्ञान में लाया गया है, जिस पर अमल किया जाएगा एवं सरप्लस कर्मचारियों का लिस्ट कम्पनी मुख्यालय को अतिशीघ्र भेजा जाएगा जिनका स्थानान्तरण अन्य क्षेत्र में हो सके। इस मुद्दे को अप्रेल माह से क्रियान्वित कर दिया जाएगा।
2. बिंदु क्रमांक 1 के अनुसार सहमत। भविष्य में होने वाले अनुकम्पा नियुक्ति एवं भू आश्रितों को रुजगार कुसमुंडा क्षेत्र में दिया जाएगा।
3. कुछ कर्मचारियों के आश्रितों को अन्य क्षेत्र में नियुक्ति प्रदान की गयी है, जिनका माता-पिता की मृत्यु कोविड के कारण हुई थी उनका स्थानान्तरण कुसमुंडा क्षेत्र में किया जाए।
प्रबंधन द्वारा ये सहमति दी गयी कि उन कर्मचारियो से आवेदन प्राप्त होने पर उनके आवेदन पर सहानुभूती पूर्वक विचार करते हुए स्थानान्तरण के वापसी की कार्यवाही जाएगी।
4. क्षेत्र में पदस्थ सभी कर्मचारियों को आवास की सुविधा दिया जाए।
प्रबंधन ने अवगत कराया कि इस सम्बन्ध में प्रबंधन ने 815 नए आवासों के निर्माण कार्य हेतु टेंडर जारी किया गया है एवं निर्माण प्रक्रिया जारी किया है
प्रबंधन ने अमरजीत एवं उनके सदस्यों से अपील की, कि आप के सभी मुद्दो पर प्रबंधन द्वारा निर्धारित किये गए समय में कार्यवाही कर दी जाएगी एवं अपने अनिश्चितकालीन हड़ताल (खदान बंद) को स्थगित कर दे, जिस पर उनके द्वारा प्रस्तावित हड़ताल के स्थगन हेतु सहमति दी गयी।
उक्त बैठक में कुसमुंडा महाप्रबंधक राजीव सिंह, महाप्रबंधक कार्मिक एस के मल्लिक, पार्षद अमरजीत सिंह पार्षद, पार्षद अजय प्रसाद, मयंक पांडेय, हीरू महंत सहित क्षेत्र के गणमान्य जन उपस्थित रहें।