बलरामपुर

कलेक्टर एवं एसपी ने किया जिले के दूरस्थ अंचलों का सघन दौरा।

जोकापाठ में जन चौपाल लगाकर सुनी ग्रामीणों की समस्याएं।

बलरामपुर (ट्रैक सिटी)/ जिले के सुदूर अंचलों तक विकास और प्रशासनिक सेवाओं को अधिक प्रभावी बनाने के उद्देश्य से कलेक्टर राजेंद्र कटारा एवं पुलिस अधीक्षक बैंकर वैभव रमनलाल ने सघन दौरा किया। विकासखंड शंकरगढ़ के जोकापाठ और लहसूनपाठ क्षेत्रों में उन्होंने विभिन्न विकास कार्यों की समीक्षा की और योजनाओं के क्रियान्वयन की वस्तुस्थिति परखी। इस दौरान उन्होंने ग्रामीणों से सीधा संवाद कर उनकी समस्याओं को सुना और समाधान के लिए आवश्यक निर्देश दिए। कलेक्टर कटारा ने ग्रामीणों को आश्वस्त करते हुए कहा कि प्राथमिकता से हर समस्या का समाधान किया जाएगा। साथ ही प्रत्येक पात्र व्यक्ति तक शासन की योजनाओं का लाभ पहुंचाते हुए प्रशासनिक स्तर पर हर संभव सहायता प्रदान की जाएगी।

कलेक्टर एवं एसपी जोकापाठ के उचित मूल्य दुकान पहुंचे, जहां खाद्यान्न वितरण व्यवस्था देखा। कलेक्टर ने मौके पर ही हितग्राहियों से चर्चा कर जानकारी ली कि उन्हें चावल, चना और अन्य राशन सामग्री सही मात्रा में मिल रही है या नहीं। उन्होंने एसडीएम को निर्देशित किया कि खाद्यान्न वितरण की पूरी प्रक्रिया का सत्यापन कर यह सुनिश्चित करें कि सभी पात्र हितग्राहियों को समय पर और निर्धारित मात्रा में राशन मिले।

जोकापाठ में कलेक्टर कटारा एवं एसपी रमनलाल ने ग्रामीणों की समस्याओं को जानने के लिए जन चौपाल का आयोजन किया। ग्रामीणों ने उन्हें जल समस्या, सड़क निर्माण, रोजगार अवसरों और अन्य बुनियादी सुविधाओं से जुड़ी समस्याओं से अवगत कराया। कलेक्टर ने पाठ क्षेत्र होने के कारण ग्रामीणों की मांग अनुसार पानी की उपलब्धता सुनिश्चित करने संबंधित अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि जल संकट के समाधान के लिए आवश्यक कार्रवाई करें और प्राथमिकता के आधार पर कुएं एवं हैंडपंप की व्यवस्था कराएं। कलेक्टर ने कहा कि शासन की प्राथमिकता ग्रामीणों को बेहतर सुविधाएं उपलब्ध कराना है। उन्होंने अधिकारियों को निर्देशित किया कि ग्रामीणों की समस्याओं का त्वरित निराकरण किया जाए और प्रत्येक पात्र व्यक्ति तक योजनाओं का लाभ पहुंचाना सुनिश्चित करें।

कलेक्टर कटारा ने महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना (मनरेगा) के तहत स्वीकृत होने वाले कार्यों की समीक्षा की। उन्होंने कहा कि रोजगार सृजन और ग्रामीण अधोसंरचना के विकास के लिए मनरेगा के कार्य अत्यंत महत्वपूर्ण हैं। कलेक्टर ने विशेष रूप से  किसानों के लिए बड़े तालाब और कुओं के निर्माण के निर्देश दिए, जिससे इन क्षेत्रों में जल संरक्षण और सिंचाई सुविधाओं को बेहतर बनाया जा सके। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि नरेगा के तहत नए रोजगार सृजित करें और यह सुनिश्चित करें कि श्रमिकों को समय पर मजदूरी मिले। कलेक्टर ने यह भी कहा कि ग्रामीण विकास के कार्यों में पारदर्शिता के साथ गति लाएं, ताकि अधिक से अधिक लोगों को इसका लाभ मिल सके।

इस दौरान अनुविभागीय अधिकारी राजस्व शंकरगढ़ आनंद राम नेताम, जनपद पंचायत सीईओ संजय दुबे सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी मौजूद रहे।

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