महासमुंद

कलेक्टर लंगेह ने किया बहु विकलांग विद्यालय, चिकित्सा महाविद्यालय, जिला अस्पताल और निर्माणाधीन मेडिकल कॉलेज का औचक निरीक्षण।

महासमुंद (ट्रैक सिटी)/ कलेक्टर विनय कुमार लंगेह ने आज सुबह संजय उद्यान महासमुंद के सामने शासकीय बहु विकलांग विशेष आवासीय विद्यालय, मेडिकल कॉलेज, जिला अस्पताल  का आकस्मिक निरीक्षण किया। इस दौरान जिला पंचायत सीईओ एस. आलोक मौजूद थे।

बहुविकलांग आवासीय विद्यालय का जीर्णोद्धार होगा कलेक्टर ने बच्चों को चॉकलेट दिए और हाथ मिलाया

कलेक्टर विनय कुमार लंगेह ने शासकीय बहु विकलांग आवासीय विद्यालय पहुंचकर यहां व्यवस्था और सुविधाओं का जायजा लिया। उन्होंने कहा कि भवन का जीर्णोद्धार कर पुनः नए स्वरूप में लाने की आवश्यकता है। भवन की साफ-सफाई, पेयजल की व्यवस्था, शौचालय, बच्चों का शयन कक्ष और रसोई का अवलोकन करते हुए उन्होंने कहा कि बच्चों के स्वास्थ्य के अनुकूल और अन्य सुरक्षा और सावधानियों को ध्यान में रखते हुए आवश्यक मरम्मत कार्य करें। उन्होंने ग्रामीण यांत्रिकी विभाग को प्रस्ताव बनाकर देने के निर्देश दिए हैं। इस दौरान यहां अध्ययन कर रहे बच्चों से बात करते हुए उन्हेंने बच्चों को चॉकलेट वितरित किए। उन्होंने बच्चों से आत्मीयता पूर्वक चर्चा करते हुए पढ़ाई, भोजन और स्वास्थ्य सहित अन्य सुविधाओं की जानकारी भी ली। इस दौरान विद्यालय की अधीक्षिका ने बताया कि यहां 34 बच्चे दर्ज हैं। जो नियमित तौर पर अध्यापन करते हैं। कलेक्टर ने निरीक्षण के दौरान कहा कि बहुविकलांग बच्चे विशेष बच्चे हैं, इसलिए इनका विशेष ख्याल रखा जाए। स्वास्थ्य और हाइजीन का विशेष ख्याल रखते हुए उसी तरह की सुविधा मुहैया कराया जाए। कलेक्टर ने कहा कि सीसीटीवी कैमरा चालू हालत में हो तथा शयन कक्ष और अध्यापन कक्ष में एसी लगवाएं। बच्चों की सामग्री रखने की अलमारी कवर्ड हो। इस दौरान समाज कल्याण विभाग की उप संचालक श्रीमती संगीता सिंह एवं विद्यालय के अन्य कर्मचारी उपस्थित थे।

जिला चिकित्सालय के औचक निरीक्षण में मरीजों से चर्चा कर उनका हाल पूछा व स्वास्थ्य सुविधाओं की जानकारी ली फायर सेफ्टी का विशेष ध्यान रखें। चिकित्सक नियत समय पर आएं।

निर्माणाधीन मेडिकल कॉलेज का अवलोकन, समय सीमा और गुणवत्तापूर्ण कार्य करने के निर्देश

कलेक्टर विनय कुमार लंगेह ने आवासीय विद्यालय के निरीक्षण के पश्चात शासकीय चिकित्सा महाविद्यालय महासमुंद का अवलोकन किया। उन्होंने यहां संचालित प्रशिक्षण केन्द्र का अवलोकन किया। इस दौरान कॉलेज की अधिष्ठाता डॉ. यास्मिन खान ने संचालित गतिविधियों की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि अभी मेडिकल कॉलेज में प्रवेश प्रक्रिया जारी है। तत्पश्चात उन्होंने जिला अस्पताल का भी औचक निरीक्षण किया। इस दौरान पंजीयन काउंटर में पंजीयन के लिए कतारबद्ध महिलाओं से बात भी की। उन्होंने पंजीयन के संबंध में कोई असुविधा के संबंध में जानकारी ली। इसके अलावा उन्होंने ऑपरेशन थिएटर, गहन शिशु चिकित्सा सेंटर, महिला वार्ड और अलग-अलग कक्षों में जाकर बारीकी से अवलोकन किया। अवलोकन के दौरान मरीजों से चिकित्सा और अन्य सुविधाओं के बारे में जानकारी ली। कलेक्टर ने कहा कि अस्पताल में डॉक्टर समय पर आएं, इलाज करें और समय पर जाएं। उन्होंने नियमित तौर पर साफ-सफाई, बेड शीट को बदलना, शौचालय की सफाई और मरीजों को दी जाने वाली भोजन के बारे में जानकारी लेते हुए गुणवत्ता बनाए रखने के निर्देश दिए। उन्होंने हॉस्पिटल में सुरक्षा के मद्देनजर फायर सेफ्टी के पुख्ता इंतजाम करने कहा तथा इसके लिए आवश्यक सुझाव दिए। कलेक्टर ने मरीजों से चर्चा के दौरान कहा कि सभी दवाईयां हॉस्पिटल में ही निःशुल्क मिलेंगे। इसलिए बाहर से दवाई खरीदने की आवश्यकता नहीं है। उन्होंने डॉक्टरों से कहा कि जो दवाई उपलब्ध है उसी दवाई को डॉक्टर मरीजों को उपलब्ध कराएं। तत्पश्चात उन्होंने निर्माणाधीन शासकीय मेडिकल कॉलेज का निरीक्षण भी किया। उन्होंने कहा कि मेडिकल कॉलेज का निर्माण समय सीमा पर गुणवत्ता के साथ पूर्ण करें। गुणवत्ता में किसी तरह का समझौता नहीं किया जाएगा। उन्होंने कहा कि प्रत्येक तीन माह में थर्ड पार्टी इंस्पेक्शन किया जाएगा। ज्ञात है कि यहां महासमुंद में 125 सीटर मेडिकल कॉलेज की स्वीकृति मिली है। जिसका निर्माण कार्य ग्राम पंचायत खरोरा अंतर्गत जारी है। जो दिसम्बर 2025 तक बनकर तैयार होगा। निरीक्षण के दौरान जिला पंचायत सीईओ एस. आलोक, अधिष्ठाता डॉ. यास्मिन खान, हॉस्पिटल अधीक्षक डॉ बसंत माहेश्वरी सहित चिकित्सक मौजूद थे।

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