कलेक्टर कुन्दन कुमार ने मंगलवार को कलेक्टोरेट सभाकक्ष में आयोजित बैठक में जिले में कानून व्यवस्था की समीक्षा की। इस दौरान पुलिस अधीक्षक श्रीमती भावना गुप्ता भी उपस्थित थीं। कलेक्टर ने कानून व्यवस्था को शांति और विकास के लिए महत्वपूर्ण बताते हुए कहा कि कानून व्यवस्था बनाए रखने में किसी प्रकार की समझौता न करें। सूचना तंत्र मजबूत रखें।
कलेक्टर ने कहा कि जिले में शांति, सुरक्षा व स्वच्छ वातावरण बनाए रखने के लिए राजस्व व पुलिस सहित विभिन्न विभागों के अधिकारियों को जिम्मेदारी दी गई है। सभी आपस में बेहतर समन्वय करें और कानून व्यवस्था दुरुस्त रखंे। प्रशासन और पुलिस को मित्रवत व्यवहार रखना चाहिए। उन्होंने कहा कि जितनी ज्यादा सूचना तंत्र मजबूत होगी उतनी ही बेहतर तरीके से कानून व्यवस्था पर नियंत्रण रहेगी। पुलिस और राजस्व के अधिकारी लोगों से ज्यादा से ज्यादा संपर्क बनाए रखें। किसी प्रकार की घटना या मामला होने पर तत्काल सूचना दें।
बिना अनुमति धरना प्रदर्शन प्रतिबंधित- कलेक्टर ने कहा कि राज्य शासन के निर्देशानुसार बिना अनुमति के कोई भी धरना प्रदर्शन, जुलूस या रैली पर बिल्कुल प्रतिबंध लगाएं। इसी प्रकार एनएच में चक्का जाम करने वालों को सड़क के किनारे प्रदर्शन करने की समझाईश दें। बीच सड़क में चक्का जाम करने से अति आवश्यक सेवाओं के साथ ही आपातकालीन सेवाएं भी बाधित होती हैं।
अवैध होर्डिंग्स पर होगी कार्यवाही- कलेक्टर ने शहर के चौक चौराहों पर लगे अवैध, फटे-पुराने होर्डिंग्स को शीघ्र हटाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि अनुचित स्थान पर बडे-बड़े होर्डिंग्स से दृष्टि बाधित होने से दुर्घटना की आशंका बढ़ जाती है।
पुलिस अधीक्षक श्रीमती भावना गुप्ता ने कहा कि कहीं पर भी कानून व्यवस्था की स्थिति उत्पन्न होने पर तत्काल अपने उच्च अधिकारियों को सूचित करें। जो भी निर्देश दिए जाते हैं उसका पालन करें। उन्होंने कहा कि एस.डी.एम. या एस.डी.ओ.पी. को किसी मामले पर अभिमत मांगा जाता है तो उसकी रिपोर्ट एकदम स्पष्ट होनी चाहिए।
बैठक में जिला पंचायत सी.ई.ओ. विनय कुमार लंगेह, अपर कलेक्टर ए.एल. ध्रुव, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक विवेक शुक्ला सहित, सभी एस.डी.एम., एस.डी.ओ.पी., तहसीलदार, जनपद सी.ई.ओ. व थानेदार उपस्थित थे।