कोरबा 13 सितंबर /दाऊ श्री वासुदेव चंद्राकर कामधेनु विश्वविद्यालय, अंजोरा, दुर्ग एवं पशुधन विकास विभाग, छत्तीसगढ़ शासन के संयुक्त तत्वाधान के अंतर्गत आकांक्षी जिला-कोरबा के गोकुल नगर गौठान में पशु प्रजनन शिविर एवं जागरूकता कार्यशाला का आयोजन गत दिवस किया गया। इस कार्यक्रम का आयोजन मत्स्य पालन, पशुपालन एवं डेयरी मंत्रालय कृषि भवन, नई दिल्ली द्वारा पशुधन जागृति अभियान के अंतर्गत आजादी के अमृत महोत्सव के तहत किया गया है। पशु बांझपन शिविर में 110 पशुओं का निशुल्क उपचार किया गया। जागरूकता कार्यशाला में विश्वविद्यालय एवं पशुधन विकास विभाग के विशेषज्ञों द्वारा पशुओं में बांझपन की समस्या से बचने के उपायों एवं उपचार, पशुओं में गर्माने के लक्षण, कृत्रिम गर्भाधान के समय की पहचान, पशु प्रजनन प्रबंधन, दुग्ध वृद्धि द्वारा आर्थिक उन्नति सहित अन्य जानकारी पशुपालकों को दी गई। इस संबंध में पॉम्पलेट सभी किसानों को उपलब्ध कराई गये। इसके अतिरिक्त मंच से भी पशुपालकों को मिनरल मिक्सचर, कृमिनाशक तथा अन्य दवाइयों का निःशुल्क वितरण किया गया। कार्यक्रम में दाऊ श्री वासुदेव चंद्राकर कामधेनु विश्वविद्यालय के सहायक प्राध्यापक डॉ. एम. एस. परमार, पशु चिकित्सा विस्तार अधिकारी डॉ. अमित कुमार गुप्ता, डॉ. दिलीप पैकरा एवं पशुधन विकास विभाग से उपसंचालक पशुचिकित्सा सेवायें, जिला-कोरबा डॉ. एस.पी. सिंह, पशुचिकित्सा सहायक शल्यज्ञ डॉ. डी.के. सिंहदेव, डॉ. मयंक गोस्वामी, डॉ. एस.के. चंदन, डॉ. हितेन्द्र सोनी, डॉ. रेखा मीरे तथा डॉ. प्रियंका पाण्डे उपस्थित रहे। जागरूकता कार्यशाला में ग्राम के लगभग 251 पशुपालक लाभान्वित हुये।