NEWS

जिले के युवाओं के सपने होंगे साकार, मिल रही शासकीय स्कूलों के बच्चों को निःशुल्क जेईई एवं नीट की कोचिंग

 

◆ मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के मार्गदर्शन में कलेक्टर डाॅ. गौरव सिंह की पहल

◆ जिले के विभिन्न ब्लाॅकों के 20 स्कूलों में प्रतिदिन लगने लगी क्लासेस

◆ कलेक्टर ने ऑनलाइन क्लास से जुड़कर छात्रों का किया उत्साहवर्धन

◆ शिक्षकों को किया शिक्षा के माध्यम से समाज को जागरूक करने का आव्हान

रायपुर। युवाओं का भविष्य संवारने की दिशा में कलेक्टर डाॅ. गौरव सिंह की पहल पर निःशुल्क ऑनलाइन कोचिंग की सुविधा शुरू की है। इस ऑनलाइन कोचिंग सेंटर के माध्यम से जेईई एवं नीट की तैयारी करने वाले विद्यार्थियों को मार्गदर्शन दिया जा रहा है और जिले के प्रत्येक ब्लाॅक के विभिन्न स्कूलों के माध्यम से ऑनलाइन कोचिंग का संचालन किया जा रहा है। यह सुविधा शुरू होने से युवाओं में भी उत्साह है और अपने भविष्य को बेहतर बनाने के लिए कड़ी मेहनत भी कर रहे हैं।

जिला प्रशासन ने गणित व जीव विज्ञान संकाय में अध्ययनरत सरकारी व गैर सरकारी स्कूल के विद्यार्थियों के लिए निःशुल्क ऑनलाइन कोचिंग की सुविधा शुरू की है। इसमें प्रवेश परीक्षा के माध्यम से चयन किया गया है। टू वे कम्यूनिकेशन के लिए विशेषज्ञ शिक्षकों को नियुक्त किया गया है यह शासकीय स्कूल के ही शिक्षक हैं जो अपना नियमित कक्षाओं के बाद यहां बच्चों को पढ़ा रहे हैं यही नहीं इनमें कुछ अधिकारी और इंजीनियरिंग काॅलेज के विद्यार्थी शिक्षक के बतौर शामिल हैं।

यह कोचिंग कलेक्टोरेट के मल्टीलेवल पार्किंग में स्थित स्टूडियो से संचालित किया जाता है। ब्लाॅकों के विभिन्न स्कूलों में छात्र-छात्राएं जुड़कर ऑनलाइन कोचिंग सेंटर का लाभ ले रहे है। कलेक्टर डाॅ. सिंह ने इन्हीं शिक्षकों की बैठक ली और कहा कि इस आॅनलाइन कोचिंग सेंटर का उद्देश्य केवल छात्रों को शिक्षित करना नहीं है, बल्कि पूरे समाज को शिक्षा के महत्व के प्रति जागरूक करना भी है। इस पहल से न केवल छात्रों की सफलता में वृद्धि होगी, बल्कि पूरे क्षेत्र की शिक्षा प्रणाली में भी सुधार आएगा।

गौरतलब है कि ऑनलाइन कक्षाएं प्रारंभ होने के बाद कलेक्टोरेट स्थित मल्टीलेवल पार्किंग के स्टूडियो का कलेक्टर ने निरीक्षण किया और ऑनलाइन कोचिंग से जुड़कर छात्रों से फीडबैक लेने के साथ-साथ उनका उत्साहवर्धन भी किया। साथ ही छात्रों को अन्य महत्वपूर्ण जानकारियां भी दी। कलेक्टर ने इस पहल से अधिक से अधिक छात्रों को जुड़ने का आग्रह किया है और पालकों को भी जागरूक करने के लिए प्रेरित करने को कहा है।

लगभग 1500 बच्चे कर रहे ऑनलाइन पढ़ाई
कोचिंग के लिए कलेक्टोरेट स्थित मल्टीलेवल पार्किंग में स्टूडियो का निर्माण किया गया है। जहां से विशेषज्ञ शिक्षक ऑनलाइन क्लास से जुड़कर बच्चों को पढ़ाते है। जिले के 20 स्कूलों में जिला प्रशासन द्वारा विशेष क्लास की व्यवस्था की गई है। जहां प्रतिदिन शाम 3 बजे से जुड़ते हैं और शाम 5 बजे तक पढ़ाई कराई जाती है। वर्तमान में लगभग 1500 से अधिक बच्चे ऑनलाइन कक्षा से जुड़कर पढ़ाई कर रहे हैं। कलेक्टर सहित जिला स्तरीय अफसर इन बच्चों से स्वयं जाकर मुलाकात करेंगे और मोटिवेट भी करेंगे।

20 स्कूलों में हो रहा संचालन
जिले के 20 स्कूलों में कोचिंग सेंटर को संचालित किया जा रहा हैं। इनमें जेआर दानी कन्या विद्यालय रायपुर, स्वामी आत्मानंद स्कूल लालपुर, शासकीय उमा विद्यालय माढर,स्वामी आत्मानंद स्कूल कूरा,शासकीय उमा विद्यालय चांपाझार चंपारण,शाकीय उमा विद्यालय राखी, शासकीय उमा विद्यालय कनकी तिल्दा,शासकीय उमा विद्यालय रायखेडा,पं आरडी तिवारी विद्यालय आमापारा,स्वामी आत्मानंद स्कूल माना, बिन्नीबाई सोनकर स्कूल भाठागांव,स्वामी आत्मानंद स्कूल मोवा,प्रियदर्शनी स्कूल नेवरा,भरत देंवागन स्कूल खरोरा, अरूद्वती देवी विद्यालय आंरग,मातृसदन स्कूल मंदिर हसौद, स्वामी आत्मानंद स्कूल समोदा,हरिहर स्कूल गोबरा नवापारा,स्वामी आत्मानंद स्कूल खोरपा अभनपुर,स्वामी आत्मानंद स्कूल अभनपुर शामिल हैं।

Editor in chief | Website | + posts
Back to top button