प्रथम निविदा में देश भर के 117 निविदाकारों ने लिया हिस्सा
पंचम चक्र की ऑनलाइन निविदाएं आमंत्रित की गई 14 से 17 मार्च 2023 तक
ट्रैक सिटी न्यूज़। राज्य में तेन्दूपत्ता संग्रहण वर्ष 2023 की प्रथम से चतुर्थ तक निविदा में अधिसूचित मात्रा की 92 प्रतिशत मात्रा का विक्रय औसत दर 6 हजार 375 रूपए प्रति मानक बोरा की दर से 984 करोड़ रूपए में किया गया। अवशेष लाटों की अधिसूचित मात्रा तेन्दूपत्ता के अग्रिम विक्रय हेतु 14 मार्च से 17 मार्च 2023 तक पंचम चक्र की ऑनलाइन निविदाएं आमंत्रित की गई।
राज्य लघु वनोपज संघ से प्राप्त जानकारी के अनुसार इस वर्ष तेन्दूपत्ता विक्रय उपरांत आगे की कार्यवाही ऑनलाइन करने के लिए पोस्ट बिड सेल मैनेजमेंट साफ्टवेयर तैयार कराया गया है। जिससे क्रेता नियुक्ति आदेश, क्रेताओं द्वारा क्रेता करारनामा तथा अन्य कार्य को ऑनलाइन सम्पादन किया जायेगा। जिससे दूर-दराज के क्रेताओं को अपने स्थान से ही समस्त कार्य सॉफ्टवेयर के माध्यम से किया जा सकेगा। लघु वनोपज संघ द्वारा इस वर्ष तेंदूपत्ते का संग्रहण से पूर्व उसके गुणवत्ता का विशेष ध्यान रखा जाएगा ताकि संग्राहक उच्च गुणवत्ता का तेन्दूपत्ता का संग्रहण करें, जिससे उन्हें संग्रहण पारिश्रमिक अधिक से अधिक प्राप्त हो सकें।
उल्लेखनीय है कि राज्य सरकार द्वारा वर्ष 2019 से तेन्दूपत्ता संग्रहण दर 2500 रूपए प्रति मानक बोरा से बढ़ाकर 4000 रूपए प्रति मानक बोरा निर्धारित की गई है। छत्तीसगढ़ राज्य में वर्ष 2023 में संग्रहित होने वाले 902 प्राथमिक वनापेज सहकारी समितियों के 954 लाटों की अधिसूचित मात्रा 16.72 लाख मानक बोरा तेन्दूपत्ता के अग्रिम विक्रय हेतु 15 दिसम्बर 2022 से 21 दिसम्बर 2022 तक प्रथम चक्र की तथा 10 जनवरी 2023 से 13 जनवरी 2023 तक द्वितीय चक्र, 31 जनवरी से 3 फरवरी 2023 तक तृतीय चक्र और 21 फरवरी से 24 फरवरी 2023 तक चतुर्थ चक्र की आनलाइन निविदाएं आमंत्रित की गई थी। छत्तीसगढ़ राज्य की अच्छी गुणवत्ता के तेन्दूपत्ते को ध्यान में रखकर तेन्दूपत्ता संग्रहण वर्ष 2023 की प्रथम निविदा में देश भर के 117 निविदाकारों ने भाग लिया।
वन मंत्री मोहम्मद अकबर की अध्यक्षता में प्रथम निविदा हेतु वनोपज राजकीय व्यापार अंतर्विभागीय समिति की बैठक 3 जनवरी 2023 तथा द्वितीय निविदा हेतु बैठक 27 जनवरी 2023, तृतीय निविदा हेतु 13 फरवरी 2023 तथा चतुर्थ निविदा हेतु 6 मार्च 2023 को आयोजित हुई। बैठक में प्रमुख सचिव वन एवं जलवायु परिवर्तन विभाग मनोज पिंगुआ सहित संबंधित विभाग के उच्चाधिकारी उपस्थित थे।