मुंगेली/ त्रिस्तरीय पंचायत आम निर्वाचन 2025 में निर्वाचित सरपंचों के लिए जिला पंचायत सभाकक्ष में एक दिवसीय उन्मुखीकरण प्रशिक्षण आयोजित किया गया। इस प्रशिक्षण का उद्देश्य सरपंचों को पंचायत संचालन की डिजिटल प्रक्रियाओं से जोड़कर प्रशासनिक कार्यों में पारदर्शिता और प्रभावशीलता सुनिश्चित करना था। कार्यक्रम में कलेक्टर राहुल देव और पुलिस अधीक्षक भोजराम पटेल ने पंचायत प्रशासन को अधिक प्रभावी बनाने पर जोर दिया। कलेक्टर श्री देव ने कहा कि सरपंच ग्राम पंचायत का मुखिया होता है और उसके नेतृत्व में ही गांव का विकास संभव है। उन्होंने सरपंचों को अपने व्यवहार में शिष्टाचार और जनता से संवाद स्थापित करने की सलाह दी, जिससे वे अपने कार्यकाल में लोकप्रियता हासिल कर बार-बार चुने जा सकें। उन्होंने विशेष रूप से महिला सरपंचों को संबोधित करते हुए कहा कि वे न केवल पंचायत का नेतृत्व कर रही हैं, बल्कि महिला सशक्तिकरण का भी प्रतीक हैं। उन्होंने महिला सरपंचों को समाज कल्याण, शिक्षा, स्वास्थ्य और महिला अधिकारों के प्रति अधिक जागरूक होकर कार्य करने की प्रेरणा दी।
पुलिस अधीक्षक भोजराम पटेल ने सरपंचों को उनके कानूनी अधिकारों और कर्तव्यों के प्रति जागरूक किया। उन्होंने कहा कि सरपंच गांव का प्रमुख होता है और उसे शासन की जनकल्याणकारी योजनाओं को प्रभावी रूप से लागू करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभानी चाहिए। प्रशिक्षण में सरपंचों को पंचायत योजनाओं की रूपरेखा, ई-ग्राम पोर्टल पर डेटा अद्यतन करने की प्रक्रिया, जेम पोर्टल में पंजीकरण, डिजिटल भुगतान प्रणाली, और डिजिटल हस्ताक्षर प्रमाणपत्र के लिए बायोमेट्रिक सत्यापन की जानकारी दी गई। इसके अलावा, पंचायत प्रशासन में निर्णय लेने की प्रक्रिया और विभिन्न विभागों के साथ समन्वय स्थापित करने के गुर भी सिखाए गए। इस अवसर पर पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग की उपसंचालक भूमिका देसाई सहित संबंधित विभागों के अधिकारी मौजूद रहे।