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भारत 2047 तक वैश्विक विकास को प्रेरित करने वाला महाशक्ति बन जाएगा : पीयूष गोयल

भारत प्रशांत आर्थिक ढांचा (आईपीईएफ) का समापन समान विचारधारा वाले देशों के साथ मुक्त और निष्पक्ष व्यापार के लिए एक महत्वपूर्ण उपलब्धि

हमारे पास प्रधानमंत्री नरेन्‍द्र मोदी के नेतृत्व में एक मजबूत, निर्णायक और लोक केंद्रित सरकार है ।

भारत की युवा जनसंख्‍या और विभिन्न क्षेत्रों में उपलब्ध प्रतिभा समूह विकास के लिए प्रचुर अवसर प्रदान करते हैं ।

श्री गोयल ने सभी हितधारकों से 2047 तक विकसित राष्ट्र बनने के संकल्प को पूरा करने की दिशा में सामूहिक प्रयास करने की अपील की

केंद्रीय वाणिज्य और उद्योग, उपभोक्ता मामले, खाद्य और सार्वजनिक वितरण और कपड़ा मंत्री पीयूष गोयल ने कहा कि भारत 2047 तक वैश्विक विकास को प्रेरित करने वाला एक महाशक्ति बनने की राह पर है। उन्होंने दक्षिणी कैलिफोर्निया के व्‍यवसाय समुदाय के साथ परस्‍पर बातचीत करते हुए यह बात कही।

अपने संबोधन में, श्री गोयल ने कहा कि भारत प्रशांत आर्थिक ढांचा (आईपीईएफ) का समापन समान विचारधारा वाले देशों के साथ मुक्त और निष्पक्ष व्यापार के लिए एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है, जो नियम आधारित अंतर्राष्ट्रीय व्यवस्था और एक पारदर्शी आर्थिक प्रणाली के लिए एक समान उद्देश्य साझा करते हैं। उन्होंने कहा कि हिंद-प्रशांत क्षेत्र में राजनीतिक रूप से स्थिर और खुली अर्थव्यवस्थाएं एक दूसरे के बीच आर्थिक गतिविधियों का विस्तार करने के लिए एकजुट हो रही हैं।

उपस्थित जन समूह को संबोधित करते हुए, श्री गोयल ने कहा कि भारत में हो रहे रूपांतरकारी कार्यों ने देश को विश्व अर्थव्यवस्थाओं में 5वें स्थान पर पहुंचा दिया है। पिछले कुछ वर्षों में हुए मूलभूत परिवर्तनों और संरचनात्मक परिवर्तन के प्रभाव का आकलन करते हुए, श्री गोयल ने उल्लेख किया कि सीआईआई का अनुमान है कि 2047 में भारत 35-45 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था होगा, जिससे भारत विकसित देशों की लीग में शामिल हो  जाएगा।

इस बात पर जोर देते हुए कि भारत आज अमेरिका में व्यापार समुदाय के लिए अवसरों की भूमि और संभावित बाजार है, उन्होंने कहा कि भारत को जनसांख्यिकीय लाभ प्राप्‍त है और इसकी महत्वाकांक्षी युवा आबादी विकास के लिए एक बड़ा अवसर प्रदान करती है। श्री गोयल ने कहा कि भारत तेजी से स्वच्छ ऊर्जा की ओर भी बढ़ रहा है और हम 2030 तक 500 गीगावॉट हरित ऊर्जा क्षमता हासिल करने की आकांक्षा रखते हैं।

श्री गोयल ने कहा कि भारत के प्रधानमंत्री श्री नरेन्‍द्र मोदी देश में राजनीतिक स्थिरता लेकर आए हैं और उनके नेतृत्व में हमारी ऐसी सरकार है जो निर्णायक, समृद्ध भारत के हित में सख्‍त फैसले लेने को तैयार, जनता की भलाई और वंचित वर्गों तथा जरूरतमंदों के लिए सामाजिक कल्याण को संतुलित करती है, और साथ ही साथ 1.3 बिलियन नागरिकों को बेहतर नागरिक बनाने के लिए अधिकार संपन्‍न भी करती है तथा देश की आर्थिक वृद्धि और विकास में योगदान देती है। पिछले कुछ वर्षों में सरकार द्वारा किए गए कल्याणकारी उपायों के बारे में जानकारी देते हुए, श्री गोयल ने कहा कि सरकार लोगों की मूलभूत आवश्‍यकताओं- खाद्य सुरक्षा-आश्रय और शौचालय की सुविधा उपलब्‍ध कराने में सक्षम है।

श्री गोयल ने कहा कि हमें सभी लोकतंत्रों की जननी होने पर गर्व है। हम एक जीवंत न्यायपालिका और कानून के शासन, मजबूत मीडिया और पारदर्शी सरकारी प्रणाली पर गौरवान्वित है।

यह देखते हुए कि भारत आज विश्व के एक विश्वसनीय भागीदार के रूप में उभरा है, श्री गोयल ने कहा कि सभी क्षेत्रों- आईटी, वस्त्र, आतिथ्य, रत्न और आभूषण में उपलब्ध कौशल और प्रतिभा समूह की बदौलत भारत अब मूल्यवान वस्तुओं और सेवाओं के एक उच्च गुणवत्ता वाले विनिर्माता के रूप में उभरा है। उन्‍होंने यह भी कहा कि इनमें से प्रत्येक भारत के साथ जुड़ने के इच्छुक निवेशकों के लिए अवसर प्रदान करेगा।

उपस्थित जन समूह को संबोधित करते हुए, श्री गोयल ने कहा कि जब हम 2047 तक भारत को एक विकसित राष्ट्र बनाने की दिशा में अपनी यात्रा शुरू कर रहे हैं, तो हमारे लिए यह प्रतिबिम्बित करना महत्वपूर्ण है कि हम अगले 25 वर्षों में भारत को कहां देखते हैं।

यह स्‍मरण करते हुए कि प्रधानमंत्री श्री मोदी ने हाल ही में प्रत्येक देशवासियों के लिए फर्ज की भावना लाते हुए कर्तव्य पर जोर दिया है,  श्री गोयल ने सभी हितधारकों- भारतीयों और प्रवासी भारतीयों से सामूहिक रूप से काम करने और 2047 तक एक समृद्ध और विकसित राष्ट्र बनने के हमारे संकल्प को पूरा करने की दिशा में सामूहिक प्रयास करने की भी अपील की।

श्री गोयल ने प्रत्‍येक अवसर पर ओडीओपी उत्पादों का उपयोग करने की अपील करते हुए अपने संबोधन का समापन किया और कहा कि अगर विश्‍व भर में भारतीय प्रवासी मेड इन इंडिया उत्पादों को प्राथमिकता देते हैं, तो बेहतर कल के लिए करोड़ों भारतीय कारीगरों की सहायता की जा सकेगी।

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