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विशेष पिछड़ी जनजाति समुदाय के उत्थान के लिए निरंतर शिविर जारी

ग्रामों में शिविर के माध्यम से हितग्राहियों को दिया जा रहा योजनाओं का लाभ

बलरामपुर / जिले में विशेष पिछड़ी जनजाति समूहों के लोगों को लाभ दिलाने हेतु प्रधानमंत्री जनमन योजना के तहत प्राथमिकता से कार्य किया जा रहा है। जिसके अंतर्गत जिले के अंचल क्षेत्रों में निवासरत विशेष पिछड़ी जनजाति पहाड़ी कोरवा परिवारों में जागरूकता एवं शासकीय योजनाओं का लाभ देने के लिए शिविर का आयोजन किया जा रहा है। शिविर में पीवीटीजी परिवारों और बस्तियों तक बुनियादी सुविधाओं और सेवाओं को पहुंचाकर उनकी सामाजिक, आर्थिक स्थितियों में सुधार के उद्देश्य से केन्द्र एवं राज्य शासन की जनकल्याणकारी योजनाओं से वंचित एवं पात्र सभी हितग्राहियों को लाभान्वित किया जा रहा है।

इसी कड़ी में जिले के विकासखंड बलरामपुर के ग्राम पंचायत लिलौटी व चिलमा, विकासखण्ड राजपुर के ग्राम करजी व डिगनगर, विकासखण्ड कुसमी के चैनपुर व धनेशपुर तथा विकासखण्ड शंकरगढ़ के ग्राम भरतपुर व जोकापाठ में पीएम जनमन अंतर्गत शिविर आयोजित किया गया। इस अवसर पर संबंधित क्षेत्रों के जनपद अध्यक्ष, नगर पंचायत अध्यक्ष, जिला पंचायत सदस्य सहित अन्य जनप्रतिनिधिगण, सहित संबंधित अधिकारी, कर्मचारी एवं बड़ी संख्या में ग्रामीणजन मौजूद रहे।

इस अवसर पर उपस्थित जनप्रतिनिधियों ने आमजनो को संबोधित करते हुए कहा कि शिविर के माध्यम से सरकार की कल्याणकारी योजना का लाभ आम जनता तक पहुंचाया जा रहा है। पिछड़े जनजातीय समुदायों के लिए सरकार कई योजनाएं चला रही है। सरकार समाज के अंतिम व्यक्ति तक योजना का लाभ पहुंचाने के लिए कार्य कर रही है। इसी के तहत शिविर का आयोजन किया जा रहा है। आप सभी को शिविर का लाभ अवश्य लेना चाहिए  जिससे प्रशासनिक अधिकारियों, कर्मचारियों की उपस्थित में उनकी समस्याओं का त्वरित समाधान हो।

शिविर में विशेष पिछड़ी जनजाति वर्ग हेतु संचालित योजनाओं के बारे में भी विस्तार से जानकारी दी गई। स्टॉल के माध्यम से विशेष पिछड़ी जनजाति के लोगों को शासकीय योजनाओं की महत्वता को बताते हुए के राशन कार्ड, आधार कार्ड, पैंन कार्ड, बैंक खाता, आवास , नल-जल योजना, किसान क्रेडिड कार्ड के संबंध में जानकारी देते हुए अवगत करा लाभ भी दिया गया। साथ ही उनका स्वास्थ्य परीक्षण के रूप में बीपी, शुगर, सिकल सेल,आंख, खून की जांच कर आवश्यक परामर्श एवं दवाइयां भी प्रदान की गई।
उल्लेखनीय है कि प्रदेश सरकार द्वारा पिछड़े बाहुल्य क्षेत्रों में जागरूकता एवं इस विशेष पिछड़ी जनजाति को विकास की मुख्यधारा से जोड़ने के लिए प्रदेश सरकार गंभीरता से काम कर रही है। ताकि विशेष पिछड़ी जनजाति समुदाय के लोगों का सर्वांगीण विकास हो और वे समाज में आगे बढ़ सके।

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