कोरबा/09 सितंबर (ट्रैक सिटी) तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन के बेटे दया निधि स्टालिन द्वारा एक कार्यक्रम के दौरान सनातन धर्म की तुलना डेंगू और मलेरिया जैसी बीमारियों से की है और सनातन धर्म को समाप्त करने का आह्वान किया उक्त टिप्पणी के बाद देशभर में बवाल मचा हुआ है।
एक पत्रकार वार्ता में आज स्वामी सर्वेश्वर दास ,संत समाज प्रमुख छत्तीसगढ़ ने एमके स्टालिन द्वारा कही गई बातों को लेकर अपना विरोध दर्ज कराया। उन्होंने कहा कि सनातन विरोधी बयान की हम घोर निन्दा करते हैं, भर्त्सना करते हैं, बल्कि इसमें से कोई खराब शब्द हो तो वह करते हैं उनको कल्पना नही हैं, मैं तो कहुँ कि उसे बुद्धि नहीं है या बुद्धि ज्यादा हो गई है ,और ये सनातन धर्म को बॉटने की और देश को बॉटनें की ओछी मानसिकता का प्रतीक है ।सनातन धर्म सबको जोड़ता है, सनातन धर्म को बीमारी कहना ये बीमार मानसिकता का प्रतीक है ,इसलिए उनको संभालना चाहिए और सनातन धर्म सहिष्णु धर्म है। सर्वे भवत न्तु सुखिनः, सर्वे सन्तु निरामयाः । सर्वे भ्रदाणि पश्यन्तु मा कश्चित दुःखभाग भवेत (भावार्थ:- सभी प्रसन्न रहे ,सभी स्वस्थ रहें, सबका भला हो ,किसी को भी कोई दुख ना रहे।) ये सनातन धर्म का ही उद्घोष है, एकम् सत्या विप्रः बहुदा वदन्ति (भावार्थ:- सत्य एक ही है परंतु विद्वान उसे अनेक रूप में जानते हैं) । ये सनातन धर्म ही कहता है, मातृवत् वरदारेषु परद्रव्याणि लोष्ठवंत्। आत्मव्रत् सर्वभूतानि, यः पश्यन्ति सः पण्डितः (भावार्थ:- दूसरे की पत्नी को अपनी माँ की तरह, दूसरे के धन को मिट्टी के समान, सभी को अपने जैसा जो देखता है वो ही पंडित (ज्ञानी) है)। सियाराम मय सब जग जानि, करहु प्रणाम जोरि जुग पानि (भावार्थ:-चौरासी लाख योनियों में चार प्रकार के (स्वेदज, अण्डज, उद्भिज्ज, जरायुज) जीव जल, पृथ्वी और आकाश में रहते हैं, उन सबसे भरे हुए इस सारे जगत को श्री सीताराममय जानकर मैं दोनों हाथ जोड़कर प्रणाम करता हूँ॥) सनातन धर्म ही बोलता है। सनातन धर्म के आधार पर सृष्टि बनती है, व चलती है, मिटती है और फिर बनती है इसलिए सनातन धर्म को गिराने की बात करने वाले मिट गये। तो इसलिए संभलना चाहिए और हम फिर से इसकी भर्त्सना करते हैं। सनातन ही है, जो विश्व का कल्याण हो, विश्व में शांति हो, कहता है और करता है। सनातन ही मानव धर्म है, इसका विरोध करने वाला मानवता का विरोधी है।
पत्रकार वार्ता में स्वामी सर्वेश्वर दास, महंत संत समाज प्रमुख छत्तीसगढ़, मिथिलेश पांडे, विश्व हिंदू परिषद धर्माचार्य प्रमुख कोरबा, विजय राठौड़, नगर मंत्री विश्व हिंदू परिषद कोरबा, सुरेश झा, मठ मंदिर प्रमुख विश्व हिंदू परिषद कोरबा, अखिलेश जायसवाल जिला शाह मंत्री उपस्थित रहे।