मुंगेली,(ट्रैक सिटी) भारत सरकार के निर्देशानुसार डाॅ. व्ही. श्रमण एडिशनल डायरेक्टर जनरल ऑफ फॉरेन ट्रेड नागपुर के नेतृत्व में डीजीएफटी टीम द्वारा स्थानीय उत्पादों के निर्यातों को बढ़ावा देने के लिए आज जिला कलेक्टोरेट स्थित जनदर्शन कक्ष में एक दिवसीय कार्यशाला आयोजित की गई। इस दौरान प्रजेंटेशन के माध्यम से डीजीएफटी के कार्य, उद्देश्य एवं स्कीम, वस्तुओं के आयात-निर्यात (आईईसी) के लिए पोर्टल में पंजीयन एवं कस्टम की प्रक्रिया के बारे में विस्तारपूर्वक जानकारी दी। उन्होंने बताया कि डीजीएफटी का उद्देश्य समुदायों की निर्यात क्षमता की पहचान करना और विकास के अवसर देना, विदेश व्यापार नीति बनाना और समन्वय करना, आयात और निर्यात के लिए लाइसेंस प्रदान करना, देश के निर्यात और आयात को विनियमित और प्रतिबंधित करना इत्यादि शामिल है।
कार्यशाला में आयात निर्यात में भारतीय डाक निर्यात बैंक की भूमिका, सूक्ष्म लघु और मध्यम उद्यम विकास के कार्य और उनके विभिन्न योजनाओं के बारे में बताया गया। संयुक्त कलेक्टर श्रीमती मेनका प्रधान ने कार्यशाला में उपस्थित उद्यमियों को जिले से ज्यादा से ज्यादा निर्यात के लिए प्रोत्साहित करते हुए कार्यशाला का लाभ उठाने की बात कही। जिला उद्योग एवं व्यापार केंद्र के महाप्रबंधक ने बताया कि स्थानीय उद्यमियों एवं व्यापारियों को उनके उत्पादों के निर्यात को बढ़ावा देने के लिए प्रयास किया जा रहा है। कार्यशाला में जिले के उद्यमियों, व्यापारियों, एपीओ ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया और निर्यात संबंधी अपने अनुभव को साझा किया। गौरतलब है कि भारत सरकार द्वारा निर्यात आउटरीच कार्यक्रम के माध्यम से एक जिले की उत्पादन क्षमता को ध्यान में रखते हुए उसे निर्यात के लिए प्रोत्साहित करने पर विशेष फोकस किया जा रहा है। अब तक प्रदेश के 08 जिलों में एक्सपोर्ट आउटरीच कार्यक्रम किए जा चुके हैं। इस अवसर पर लीड बैंक मैनेजर, भारतीय डाक विभाग, एमएसएमई के अधिकारी सहित संबंधित विभाग के अधिकारी मौजूद रहे।