उपलब्धता के आधार पर डीएमएफ फंड से राशि होगी स्वीकृत
जांजगीर-चांपा / कलेक्टर तारन प्रकाश सिन्हा के द्वारा जिले में संचालित स्कूलों, अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति छात्रावासों, आंगनबाड़ी केन्द्रों एवं अस्पतालों का लगातार निरीक्षण किया जा रहा है। निरीक्षण के दौरान मिलने वाली कमियों को दूर करने संबंधित विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिया जा रहा है। कलेक्टर ने आज कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में संबंधित विभागों के अधिकारी एवं निर्माण एजेंसी की बैठक ली। बैठक में कलेक्टर ने कहा जर्जर-अति जर्जर अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति छात्रावास, स्कूलों, आंगनबाड़ी, अस्पतालों के मरम्मत का काम प्राथमिकता के आधार पर कराना सुनिश्चित करें। शिक्षा स्वास्थ्य हमारी पहली प्राथमिकता है। इसके लिए राशि डीएमएफ फंड से देकर उनकी स्थिति में सुधार कर कायाकल्प किया जाएगा।
उपलब्धता के आधार पर डीएमएफ फंड से राशि होगी स्वीकृत
कलेक्टर ने जिले के सभी अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति छात्रावासों, आंगनबाड़ी, अस्पतालों के अधोसंरचना में सुधार के लिए अभियान चलाकर कार्य करने कहा। उन्होंने संबंधित अधिकारियों को छात्रावासों का अधोसंरचना विकास इस भावना से करने कहा जैसे हम अपने खुद के बच्चों के लिए रहने की व्यवस्था चाहते है। उन्होंने छात्रावासों के किचन, बच्चों के रहने की जगह, शौचालय के उचित व्यवस्था और नियमित साफ-सफाई के लिए अभियान चलाकर कार्य करने कहा तथा संबंधित अधिकारियों को जल्द से जल्द कार्ययोजना बनाकर उपलब्ध कराने कहा। कोरोना के कारण दो साल स्कूल, छात्रावास बंद थे, उन्होंने कहा जहां मरम्मत की जरुरत है, वहां मरम्मत का काम तत्काल कराया जाए। कलेक्टर लगातार स्कूलों का निरीक्षण कर रहें है। वे स्कूल पहुंच कर स्कूलों में आधारभूत संरचना, अतिरिक्त कक्ष, लैब, किचन, शौचालय कर साफ-सफाई की जानकारी प्राप्त कर आवश्यक दिशा-निर्देश देते है। कलेक्टर श्री सिन्हा ने अनेक स्कूलों का दौरा करने के बाद देखा था कि स्कूल में भवन की कमी है और विद्यार्थियों को बैठने में समस्या आ रही है। जिसके लिए कार्ययोजना बनाकर अभियान के रूप में कायाकल्प किया जाएगा। इसके साथ ही आगनबाड़ी केन्द्रों का उन्नयन किया जाएगा। अस्पतालों में मूलभूत सुविधाएं, उपकरण का विस्तार किया जाएगा।
5 शासकीय स्कूलों का स्वामी आत्मानंद विद्यालय के तर्ज पर होगा उन्नयन
जिले में शिक्षा व्यवस्था को बेहतर बनाने के लिए कलेक्टर तारन प्रकाश सिन्हा लगातार स्कूलों का अवलोकन कर रहें है। विद्यार्थियों को पढ़ाई के लिए प्रोत्साहित करने के साथ उनकी समस्याएं भी पूछ रहें हैं। विद्यार्थियों को उच्च स्तरीय सुविधाओं के साथ गुणवत्तायुक्त शिक्षा उपलब्ध कराने हेतु 5 शासकीय स्कूलों का कार्ययोजना बनाकर उन्नयन किया जाएगा।