“देश का सौभाग्य है कि उसे प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जैसा नेता मिला है जो देश के भविष्य के साथ हर व्यक्ति को भावनात्मक रूप से जोड़ने और अपने प्रयासों से देश के विकास के लिए काम कर रहे हैं”
‘मेरी माटी-मेरा देश’ सिर्फ एक कार्यक्रम नहीं बल्कि खुद को देश के भविष्य से जोड़ने और देश को महान बनाने की प्रक्रिया का हिस्सा बनने का एक माध्यम है
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने ‘आजादी का अमृत महोत्सव’ कार्यक्रम के जरिए देशवासियों में देशभक्ति की भावना फिर से जगाई है
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सभी भारतीयों से ‘पंच प्रण’ लेने का आग्रह किया था, जो एक महान भारत के निर्माण का मार्ग है
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में देश विकास के नये प्रतिमान स्थापित कर रहा है: श्री अर्जुन राम मेघवाल
केंद्रीय गृह मंत्री और सहकारिता मंत्री अमित शाह ने आज नई दिल्ली में ‘मेरी माटी-मेरा देश’ अभियान के तहत अमृत कलश यात्रा का शुभारंभ किया। केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री अनुराग सिंह ठाकुर, केंद्रीय कानून एवं न्याय मंत्री अर्जुन राम मेघवाल, विदेश राज्य मंत्री श्रीमती मीनाक्षी लेखी, संस्कृति मंत्रालय के सचिव सहित कई गणमान्य व्यक्ति इस अवसर पर अपने संबोधन में अमित शाह ने कहा कि आज का ये कार्यक्रम कुछ-कुछ एक शाम जैसा है, क्योंकि ये ऐसे समय में हो रहा है जब भारत की आजादी के 75 साल पूरे हो गये हैं। उन्होंने कहा कि आगामी अमृतकाल और “संकल्प से सिद्धि” 15 अगस्त, 2047 तक भारत को विश्व स्तर पर हर क्षेत्र में अग्रणी बना देगा। श्री शाह ने कहा कि अगले 25 वर्षों में हमारे स्वतंत्रता सेनानी की कल्पना के अनुसार भारत का निर्माण किया जाएगा। उन्होंने कहा कि पिछले 75 वर्षों में भारत को कई उपलब्धियां मिली हैं, लेकिन वे पर्याप्त नहीं हैं। श्री शाह ने कहा कि पराधीनता की लंबी अवधि और लाखों लोगों के बलिदान के बाद, हमें आजादी मिली और पिछले 10 वर्षों में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में, प्रत्येक भारतीय को एक साथ आने और एक वृहत्तर भारत देश बनाने में मदद करने का अवसर दिया गया है।
केंद्रीय गृह मंत्री एवं सहकारिता मंत्री ने कहा कि मेरी माटी-मेरा देश कार्यक्रम अपने नाम से ही अपना अर्थ की अभिव्यक्ति करता है। उन्होंने कहा कि अब हम स्वतंत्र भारत में रह रहे हैं और इसके लिए लाखों लोगों ने बलिदान दिया है। उन्होंने कहा कि 1857 से 1947 तक, 90 वर्षों तक, स्वतंत्रता के लिए एक लंबा संघर्ष किया गया और अनगिनत ज्ञात और अज्ञात स्वतंत्रता सेनानियों ने इस उद्देश्य के लिए अपने जीवन का बलिदान दिया। उन्होंने कहा कि केवल प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जैसा व्यक्ति, जो दिल में देशभक्ति से भरा हुआ है, उन लोगों के लिए जिन्होंने बलिदान दिया है, हाथ में ‘मिट्टी’ लेकर संकल्प लेकर और श्रद्धांजलि अर्पित करके “संकल्प से सिद्धि” की इस यात्रा को शुरू करने की परिकल्पना कर सकता है। श्री शाह ने कहा कि इस कार्यक्रम के पीछे यह सोच है कि प्रत्येक व्यक्ति, परिवार, नागरिक और बच्चा श्रेष्ठ भारत के निर्माण के विचार से भावनात्मक रूप से जुड़ें। उन्होंने कहा कि 1-30 सितंबर तक, प्रत्येक घर, वार्ड और गांव से एक बर्तन में ‘मिट्टी’ या अनाज इकट्ठा किया जाएगा, इसके बाद 1-13 अक्टूबर तक ब्लॉक में और बाद में 22-27 अक्टूबर तक राज्य स्तर पर इसका पालन किया जाएगा। अंत में, 28-30 अक्टूबर के बीच ये 7,500 बर्तन देश की राजधानी नई दिल्ली पहुंच जाएंगे। श्री शाह ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी हमारे महान वीरों के सम्मान में इन अमृत कलशों की मिट्टी दिल्ली में बनी अमृत वाटिका में रखेंगे, जो प्रत्येक नागरिक को याद दिलाती रहेगी कि हमें अमृतकाल में भारत को महान बनाना है।
श्री अमित शाह ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने इस पहल में कई कार्यक्रमों को एकीकृत किया है और प्रत्येक भारतीय को इस पहल का हिस्सा बनने का अवसर प्रदान किया है। उन्होंने कहा कि देश के लिए खुद को फिर से समर्पित करने के उद्देश्य से 5 कार्यक्रमों की एक नई श्रृंखला बनाई गई है। इन कार्यक्रमों के तहत देश के हर गांव में शिलालेख लगाए गए हैं, देश के करोड़ों नागरिकों ने ‘पंच प्रण’ का संकल्प लिया है, जो भारत को महान बनाने का मार्ग प्रशस्त करेगा। अमृत महोत्सव के उपलक्ष्य में वसुधा वंदन कार्यक्रम के अंतर्गत वीरों का सम्मान करते हुए 75 पेड़ लगाए गए एवं राष्ट्रीय ध्वज फहराया गया।
केंद्रीय गृह मंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में आजादी का अमृत महोत्सव के दौरान 2 लाख से अधिक कार्यक्रमों के आयोजन से पूरे देश में एक बार फिर देशभक्ति की भावना जागृत हुई है और इन कार्यक्रमों का समापन मेरी माटी-मेरा देश कार्यक्रम के साथ होगा। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने लाल किले की प्राचीर से सभी देशवासियों से ‘पंच प्रण’ – विकसित भारत के लक्ष्य को अपनाने, गुलामी की मानसिकता को दूर करने, अपनी परंपराओं पर गर्व करने, एकता और अखण्डता के लिए पूरा जीवन समर्पित करने और हर नागरिक के मन में कर्तव्य की भावना जगाने का आह्वान किया था। श्री शाह ने कहा कि ये ‘पंच प्रण’ महान भारत के निर्माण का मार्ग हैं। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के ‘हर घर तिरंगा अभियान’ के आह्वान के बाद देश भर में 23 करोड़ घरों, कार्यालयों और इमारतों को तिरंगे से सुशोभित किया गया। श्री शाह ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के आह्वान का सम्मान करते हुए पूरा देश हर घर तिरंगा अभियान से जुड़ा और इसी देशभक्ति की भावना का परिणाम है कि हाल ही में हमारा चंद्रयान चंद्रमा पर शिवशक्ति बिंदु पर पहुंचा, जो हमारे सभी देशवासियों के लिए बहुत गर्व का क्षण है। उन्होंने कहा कि हर घर में तिरंगा अभियान से देश के हर व्यक्ति के मन में गौरव की भावना जगी है।
श्री अमित शाह ने कहा कि हर व्यक्ति को देश के भविष्य के साथ जोड़ना, उसकी भावनाओं को देश की प्रगति के साथ जोड़ना और हर व्यक्ति के प्रयासों को देश की प्रगति और विकास के साथ जोड़ना ही नेतृत्व की कसौटी और उसकी जिम्मेदारी है। उन्होंने कहा कि पूरे देश का सौभाग्य है कि लंबे समय के बाद हमें प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जैसा नेता मिला है, जो आजादी का अमृत महोत्सव के दौरान देश को दुनिया में प्रथम स्थान दिलाने का मार्ग प्रशस्त कर रहा है। श्री शाह ने कहा कि आज हमारी अर्थव्यवस्था दुनिया में 11वें से 5वें स्थान पर आ गयी है और जल्द ही हम तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन जायेंगे। उन्होंने कहा कि भारत के प्रत्येक नागरिक के मन में जो आत्मविश्वास जगा है, वह ऐसे कार्यक्रमों से संभव हुआ है। श्री शाह ने कहा कि ऐसे कार्यक्रमों के माध्यम से प्रत्येक भारतीय नागरिक के मन में पैदा हुआ आत्मविश्वास हमारे साहसी सैनिकों के लिए सर्जिकल स्ट्राइक करने के लिए प्रेरणा का काम करता है, हमारे वैज्ञानिकों को कोविड-19 वैक्सीन विकसित करने के लिए सशक्त बनाता है और इसरो वैज्ञानिकों को चंद्रमा और सूर्य की कक्षा तक पहुंचने का साहस प्रदान करता है।
गृह मंत्री ने कहा कि मेरी माटी-मेरा देश सिर्फ एक कार्यक्रम नहीं है, बल्कि ये खुद को देश के भविष्य से जोड़ने का एक माध्यम है। श्री शाह ने कहा कि यह कार्यक्रम खुद को देश को महान बनाने की प्रक्रिया का हिस्सा बनाने का माध्यम बन सकता है और 25 साल बाद जब वर्तमान पीढ़ी एक महान भारत का नेतृत्व करेगी, तो उनके मन में एक बहुत मजबूत भारत बनाने में मदद करने की वही संतुष्टि होगी जो पिछली पीढ़ी के पास थी।
इस अवसर पर केंद्रीय संस्कृति राज्य मंत्री श्री अर्जुन राम मेघवाल ने कहा कि मेरी माटी मेरा देश अभियान भारत के संपूर्ण इतिहास, संस्कृति और वीरों के बलिदान को याद करने का समय है। यह हमारी सामूहिक पहचान का उत्सव है। उन्होंने कहा कि भारत विविधताओं का देश है, अलग-अलग बोलियां, भाषाएं और अलग-अलग वेशभूषा वाले क्षेत्र होने के बावजूद हमारी विरासत एक समान है। इसीलिए हमने कहा है ‘अनेकता में एकता ही भारत की विशेषता है।’ भारत दुनिया का एकमात्र ऐसा देश है जहां के लोग अपनी भूमि को माता कहते हैं। हम सभी भारतीय कहते हैं कि यह भूमि मेरी मां है और मैं इसका पुत्र हूं, इसलिए इस कार्यक्रम का महत्व और भी बढ़ जाता है। श्री मेघवाल ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में आज देश विकास के नये प्रतिमान स्थापित कर रहा है। यह अर्थव्यवस्था दुनिया की पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन गई है। अब हम पांच ट्रिलियन इकोनॉमी की ओर बढ़ रहे हैं। प्रधानमंत्री जी के आह्वान पर हम सभी ने आजादी का अमृत महोत्सव मनाया और 2047 के कालखंड को अमृत काल घोषित किया, इसी कड़ी में हम मेरी माटी मेरा देश अभियान शुरू कर रहे हैं। उन्होंने यह भी कहा कि हमारी संस्कृति में इस धरती की मिट्टी को मां माना जाता है, इसलिए जब स्वामी विवेकानन्द शिकागो में भारतीय संस्कृति का ध्वज फहराने के बाद भारत आए, तो यहीं की मिट्टी में लौटकर भारत माता को प्रणाम किया।
आजादी का अमृत महोत्सव की गूंज के बीच, हमारे शहीद वीरों और वीरांगनाओं के सम्मान के लिए ‘मेरी माटी मेरा देश’ जैसा महान अभियान शुरू किया गया था।