बारिश के मौसम को ध्यान में रखते हुए जल का परीक्षण करने के दिए निर्देश
अधिकारियों को आश्रम-छात्रावास का निरीक्षण करने के लिए कहा
आगामी 5 वर्षों के लिए पौधरोपण करने के लिए कार्ययोजना बनाने के दिए निर्देश
पोट्ठ लईका पहल अंतर्गत गंभीर कुपोषित बच्चों के सुपोषण के लिए युद्ध स्तर पर कार्य करने की जरूरत
साप्ताहिक समय सीमा की बैठक संपन्न
राजनांदगांव (ट्रैक सिटी)/ कलेक्टर संजय अग्रवाल ने आज कलेक्टोरेट सभाकक्ष में साप्ताहिक समय सीमा की बैठक में मुख्यमंत्री जनदर्शन एवं पीजी पोर्टल के लंबित प्रकरणों की विभागवार गहन समीक्षा की। उन्होंने कहा कि स्थानीय एवं जिला स्तर पर आम जनता की समस्याओं का गुणवत्तापूर्ण समाधान गंभीरतापूर्वक करें। सभी लंबित प्रकरणों का समय पर निराकरण होना चाहिए। आर्थिक सहायता से संबंधित प्रकरणों के साथ ही भवन, सड़क निर्माण एवं अधोसंरचना से संबंधित निर्माण कार्य गुणवत्तापूर्ण होना चाहिए। इसके लिए प्रारंभिक स्तर पर ही मानिटरिंग होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि बारिश के मौसम को ध्यान में रखते हुए लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग जल का परीक्षण अवश्य कराएं। नगरीय निकायों में भी वार्डवार पानी का परीक्षण होना चाहिए। दूषित पानी से आम जनता को स्वास्थ्य संबंधी दिक्कत हो सकती है। इसे ध्यान में रखते हुए शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्रों में जनसामान्य के स्वास्थ्य संबंधी जानकारी होना चाहिए। जिन क्षेत्रों में स्वास्थ्य संबंधी दिक्कत की जानकारी मिलने पर, वहां टीम भेजने के निर्देश दिए। उन्होंंने स्कूलों के जीर्णोद्धार करने तथा आंगनबाड़ी केन्द्र के लिए भवन निर्माण के संबंध में जानकारी ली। उन्होंने अधिकारियों को आश्रम-छात्रावास का निरीक्षण करने के निर्देश दिए। कलेक्टर ने आगामी 5 वर्षों के लिए पौधरोपण करने के लिए कहा तथा सभी विकासखंडों में नर्सरी विकसित करने के निर्देश दिए। वन, कृषि, उद्यानिकी विभाग एवं अन्य संबंधित विभाग को योजनाबद्ध एवं समन्वित तरीके से कार्य करने कहा।
कलेक्टर संजय अग्रवाल ने कहा कि पोट्ठ लईका पहल अंतर्गत गंभीर कुपोषित बच्चों के सुपोषण के लिए युद्ध स्तर पर कार्य करना है। स्कूलों में बच्चों के लिए जनसहयोग से न्योता भोज कार्यक्रम का आयोजन कराएं। उन्होंने कहा कि हर हफ्ते दो ग्रामों में राजस्व शिविर लगाएं। जिले में भूमि सुधार के लंबित प्रकरणों पर विशेष ध्यान देते हुए कार्य करने की जरूरत है। आय, जाति व निवास प्रमाण पत्र बनाने के कार्य में गति लाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि अवैध अतिक्रमण होने की स्थिति में कड़ी कार्रवाई करें। भू-अर्जन के लंबित प्रकरणों का समय पर निराकरण करने के लिए कहा। उन्होंने दिव्यांगजनों के लिए आयोजित शिविर के संबंध में जानकारी ली। दिव्यांगजनों को ट्रायसाईकिल, मोटराईज्ड ट्रायसाईकिल सहित अन्य सहायक उपकरण देने के लिए कहा। उन्होंने कहा कि जिले में ऐसे स्थानों का चिन्हांकन करें, जहां मवेशी सड़कों एवं महत्वपूर्ण स्थानों पर बैठते हैं। इसके लिए सभी अधिकारियों को दायित्व सौंपने तथा निरीक्षण करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि टोल फ्री नंबर 1100 एवं 1962 के माध्यम से भी ऐसे स्थानों की जानकारी प्राप्त करें। राष्ट्रीय राजमार्ग में ऐसे स्थानों को चिन्हांकित करने के लिए कहा। अनाधिकृत रूप से अनुपस्थित रहने वाले कर्मचारियों पर कार्रवाई करने के निर्देश दिए। जिला पंचायत सीईओ सुश्री सुरूचि सिंह ने कहा कि पौधरोपण के लिए संबंधित विभाग संयुक्त रूप से कार्य करें तथा ऐसे स्थानों का प्रस्ताव बनाकर भेजे। उन्होंने रेनवाटर हार्वेस्टिंग के संबंध में जानकारी ली। उन्होंने कहा कि सभी स्कूलों एवं भवनों में रेनवाटर हार्वेस्टिंग क्रियाशील के सबंध में निरीक्षण किया जाएगा। इस अवसर पर अपर कलेक्टर सीएल मारकण्डेय, अपर कलेक्टर इंदिरा नवीन प्रताप सिंह, नगर निगम आयुक्त अभिषेक गुप्ता, एसडीएम राजनांदगांव अतुल विश्वकर्मा, एसडीएम डोंगरगढ़ एवं संयुक्त कलेक्टर खेमलाल वर्मा, एसडीएम डोंगरगांव मनोज मरकाम सहित अन्य जिला स्तरीय अधिकारी उपस्थित थे।