राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस कार्यक्रम के तहत आज स्कूलों, आंगनबाड़ी केन्द्रों, शासकीय व निजी विद्यालयों सहित अन्य विभिन्न निर्धारित स्थलों पर खिलाई गई कृमि नियंत्रक दवा।
सक्ती (ट्रैक सिटी)/ कलेक्टर एवं जिला दंडाधिकारी अमृत विकास तोपनो ने आज स्वामी आत्मानंद स्कूल सक्ती में बच्चों को एल्बेंडाजोल की दवा खिलाकर राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस कार्यक्रम का शुभारंभ कियाl इस अवसर पर मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ कृपाल सिंह कंवर, जिला शिक्षा अधिकारी नरेंद्र चंद्रा, जिला नोडल अधिकारी सुदर्शन भारद्वाज, जिला कार्यक्रम प्रबंधक अर्चना तिवारी, प्राचार्य ज्योति चंद्रा एवं स्वास्थ्य विभाग की टीम के साथ तकनीकी सहायक सुरेश जायसवाल उपस्थित थेl
उल्लेखनीय है कि राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस के अवसर पर आज 29 अगस्त 2024 को जिले के समस्त आंगनबाड़ी केंद्र,शासकीय विद्यालयों, अनुदान प्राप्त शालाओं, नवोदय विद्यालयों, मदरसों, निजी विद्यालयों, महाविद्यालयो, तकनीकी शिक्षा संस्थानों में 1 वर्ष से 19 वर्ष तक के आयु के सभी बच्चों, किशोर व किशोरियों के स्वास्थ्य एवं पोषण का स्तर,एनीमिया की रोकथाम, बौद्धिक विकास तथा शाला उपस्थिती में सुधार हेतु कृमि नाशक दवा खिलाई गई l इसके साथ ही छुटे हुए बच्चों को माप अप राउंड अंतर्गत 04 सितंबर 2024 को कृमि नाशक दवाई खिलाई जावेगी। स्वास्थ्य विभाग से प्राप्त जानकारी अनुसर जिले में 1 साल से 19 साल तक के आयु वर्ग के सभी बच्चों की जिले की लक्ष्य जनसंख्या लगभग 277665 है। जिसके तहत एल्बेंडाजोल 400 मिलीग्राम की दवाई 1 से 2 साल तक के बच्चों को आधी गोली चम्मच में घोलकर, 2 से 3 साल तक के बच्चों को पूरी गोली चुरा कर चबाकर एवं 3 से 19 साल तक के बच्चों को एक गोली चबाकर खिलाया जा रहा है l बच्चों में कृमि संक्रमण से शरीर पर पड़ने वाले प्रभाव के विषय में स्वास्थ्य विभाग द्वारा जानकारी दी गई की कृमि बच्चों में कुपोषण के मुख्य कारक है, शरीर में खून की कमी होने से शरीर कमजोर, थकान महसूस करती है, शरीर का विकास पूर्ण रूप से नहीं होता मानसिक विकास में अवरोध पैदा करती है। कृमि से होने वाले लक्षण में दस्त, पेट दर्द, भूख न लगना, कमजोरी व उल्टी लगना है, कृमि संक्रमण के बचाव हेतु एल्बेंडाजोल की खुराक से कृमि संक्रमण ठीक हो जाती है।