हम छत्तीसगढ़ जांजगीर-चाम्पा जिले के श्रमिक है। हम मजदूरी करने आये थे। हमें बंधक बना लिया गया है। हमें प्रताड़ित किया जा रहा है। हमें हमारी मजदूरी नहीं दी जा रही हैं। कलेक्टर साहब हमें यहाँ से छुड़वाइये। कुछ ऐसा ही संदेश जब कलेक्टर जितेंद्र कुमार शुक्ला को झारखंड के लातेहार में फंसे मजदूरों ने दी तो कलेक्टर ने अपनी संवेदनशीलता दिखाते हुए तत्काल ही श्रमिकों को वहाँ से मुक्त कराने का प्रबंध किया। आखिरकार लातेहार जिले के ईंट भट्ठे में बंधक 31 मजदूरों की सकुशल वापसी कलेक्टर की पहल से हो रही है। सभी वहां से अपने गृह ग्राम के लिए निकल चुके हैं।
दरअसल यह पूरा मामला श्रमिकों से जुड़ा है। जांजगीर-चाम्पा जिले के सक्ती विकासखंड के ग्राम जाजंग से ईंट भट्ठे में कार्य करने झारखण्ड के लातेहार जिला के ग्राम साती तहसील बालूनाथ गये लगभग 31 श्रमिकों ने ईंट भट्ठे के संचालक द्वारा मारपीट, अभद्र व्यवहार और प्रताड़ित करने की शिकायत की। श्रमिकों ने इस संबंध में सूचित किया कि उन्हें उनकी मजदूरी भी नहीं दी गई और बंधक बनाकर रखा गया है। श्रमिकों की यह पीड़ा और शिकायत जब कलेक्टर जितेंद्र शुक्ला तक पहुँची तो उन्होंने फौरन ही बंधक मजदूरों की सकुशल वापसी के लिए तत्परता दिखाई। उन्होंने श्रम विभाग सहित अन्य अधिकारियों को निर्देशित किया कि जो भी मजदूर झारखंड में बंधक है, उन्हें सुरक्षित घर लाने का प्रबंध करें। श्रमिकों के साथ महिलाएं एवं बच्चें भी शामिल हैं।
कलेक्टर जिला-जांजगीर-चांपा द्वारा उपायुक्त व जिला दण्डाधिकारी, पुलिस अधीक्षक एवं श्रम अधीक्षक लातेहार (झारखण्ड) को पत्र प्रेषित कर आवश्यक जानकारी भी दी गई। पत्र के माध्यम से बताया गया कि श्री नवीन गुप्ता व श्री गनेश डॉक्टर गुप्ता भट्ठा, ग्राम-साती, तहसील व थाना-बालुनाथ, जिला- लातेहार (झारखण्ड) में जांजगीर जिले के 31 श्रमिकों को बंधक बनाकर कार्य लिया जा रहा है। कलेक्टर के इस पहल से झारखंड में बंधक श्रमिकों को मुक्त करा लिया गया है। वहां से श्रमिक अपने-अपने गृह ग्राम के लिए रवाना हो चुके हैं।
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